योगासन अभ्यास शुरू करने से पहले
वर्तमान समय में योगासनों का महत्व हम सब जान चुके है। नियमित योगासन करना स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है ये मेरा भी मानना है। इस ब्लॉग में योगाभ्यास के बारे में कुछ टिप्स देते हुए कुछ गलत धारणाएँ दूर करने का प्रयास किया गया हैं।
योगाभ्यास शुरू करने से पहले जरूरी सूचनाए -
२] योगासन प्रैक्टिस हर किसी के लिए आवश्यक है परंतु व्यक्तिगत मर्यादा समझना भी जरूरी है। हर व्यक्ति की क्षमता, मांसपेशियों का लचीलापन अलग होता है। इस वजह से हर एक योगासन हर किसी के लिए आसान नहीं होता है। इस वजह से सहनशक्ति अनुसार योगासन करें।
३] शुरुवात में योगासन सिर्फ १० से १५ सेकंड के लिए स्थिर रखना तथा पूरा अभ्यास केवल १० से १५ मिनिट करना ही संभव होगा। परंतु नियमित अभ्यास से सहनशक्ति बढ़ जाएगी।
४] योगाभ्यास करते समय आसनस्थिति के जितना ही सांस और शरीर पे ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है। प्राचीन काल से सभी गुरुजनों ने इसका महत्व बताया है।
५] योगासन करते समय जोड़ों का सम्पूर्ण संचलन होता है। इसे ध्यान मे रखते हुए आरामदायक कपड़े पहने।
६] योगासन करते समय पेट खाली रखें ताकि किसीभी स्थिति लेने मे कठिनाई न हो। योगासन सुबह करने है तो अभ्यास से पूर्व आधे से एक घंटा एक छोटा केला, १-२ खजूर इत्यादि खा सकते है। इस से जरूरी कॅलरीज भी मिल जाएंगी और पेट भी नहीं भरेगा।
७] योगाभ्यास शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें ताकि कौनसी स्थितियाँ वर्जित है ये पता चल जाएगा।
अब योगाभ्यास से जुड़ी कुछ गलत धारणाए दूर करते हैं।
१] योगासन करने से कभी हानी नहीं पहुचती हैं। - अपनी क्षमता से ज्यादा किया गया कौनसा भी व्यायाम शरीर को चोट पहुँचा सकता हैं। इस में योगासन भी शामिल हैं। इस लिए धीरे धीरे, ध्यान से अभ्यास बढ़ाना जरूरी हैं।
२] योगासन मतलब बहुत आसान और सौम्य व्यायाम - योगाभ्यास , जलद गति से, जोर से संगीत के साथ करने का व्यायाम नहीं हैं। परंतु योगासन करना भी चुनौतीपूर्ण होता हैं। इस मे शरीर के साथ मन और सांस स्थिर रखने का आव्हान होता हैं। शरीर को अपरिचित आसान स्थिति बनाये रखने के लिए प्रयास करना पड़ता हैं।
३] मेरा शरीर लचीला नहीं हैं इस लिए मैं योगासन नहीं कर सकती/सकता - बहुत से सुलभ योगासन शुरुवात में किये जा सकते हैं। उनके नियमित अभ्यास के बाद धीरे धीरे कठिन आसन किये जा सकते हैं।
४] मेरी योगासन स्थिति गाइड पुस्तक या वीडियो या टीचर जितनी अच्छी नहीं दिखती। क्या मेरा अभ्यास मुझे फायदा दे रहा हैं? - हमारी योगासन स्थिति निजी क्षमता, अभ्यास एवम आयुनुसार होगी। इसलिए प्रयास करने को ही ज्यादा महत्व देना चाहिए। शरीर को जरूर लाभ होगा।
इसलिए योगासन योग्य व्यक्ति से सिखकर अपना एक अभ्यासक्रम तय कर लेना चाहिए और नियमित योगाभ्यास करना चाहिए। शरीर की दृढ़ता तथा लचीलापन बढ़ाने के लिए योगासन अत्याधिक महत्वपूर्ण है। Repetitive stress injuries (मतलब एक ही क्रिया बारबार करने से निर्माण होनेवाली चोटें उदाहरणार्थ computer पर ज्यादा काम करने से होनेवाली चोटें), तथा खिलाड़ियों को सक्त ट्रैनिंग की वजह से पहुचनेवाली हानी कम करने के लिए भी योगासन उपयुक्त है। बढ़ती आयु की वजह से होनेवाली शरीर की कमजोरी कम करने के लिए योगाभ्यास जरूरी है। मानसिक स्थैर्य और शांतता पाने के लिए भी योगाभ्यास अत्यंत उपयोगी हैं।
तो आप सभी को Exercise करते रहने के लिए शुभकामनाएं। मेरा कानमंत्र ध्यान मे रखिए।
थोड़ा ही सही लेकिन नियमित व्यायाम बहुत आवश्यक हैं!
